Friday, November 29, 2019

मेरी हस्सी की शिकायते

एक दिन मेरी हसी ने मुझसे पूँछा, “ मैं तुम्हारा दिखावटी प्यार क्यों हु भला?”
मैंने कहा, “तुम्हे ऐसा क्यों लगता है ये बताओ?
तुम्हे तो मैं सारी उम्र चाहता हु, तुम्हे पाने की दुआ तो मैं हर रोज मांगता हु| तुम्हारे लिए तो कई जतन करता हु, तुम्हे सँभालने के सारे प्रयत्न करता हु|
तुम तो मेरी कमाई हो,  हा बात दूसरी है तुम बहुत कम आयी हो,
मेरी हर ख़ुशी की पहचान हो तुम, मेरी ज़िन्दगी का सबसे खास मेहमान हो तुम|
तुम्हे तो सब मानलिया, सबसे मिलवादिया, मेरे हर संघी, साथी के घर का रास्ता तुम्हे दिखादिया, फिर भी तुम खुद को खास नहीं समझती,  तुम खुद को मेरा प्यार नहीं समझती?”
मेरी हसी बोली, “तुम कहते हो की तुम मुझे सँभालने के प्रयत्न करते हो, तो फिर अपने अंधेरों मैं मुझे अकेला क्यों छोड़ देते हो?
तुम कहते हो तुम मझे अपने दोस्तों से मिलवाते हो, तो फिर खुदसे मिलवाने मैं इतना क्यों कतराते हो?
तुम मुझे हर बार प्यारा मेहमान क्यों बनाते हो?आखिर वो दिन कब आएगा जब तुम मुझे तुम्हारा अपना बताओगे?
क्यों तुम अपने अकेलेपन पण मैं मुझे नहीं रखते हो, क्यों तुम मुझसे बेवफाई करके उन आंसुओ से दोस्ती करते हो?
क्या मेरी वफ़ा तुम्हे दिखाई नही देती है, या उन आंसुओ की बाहे तुम्हे ज्यादा पसंद आती है?
वो रात कब आएगी, जब मेरी मुलाक़ात तुम्हारी रूह से होपायेगी?
कब समझोगे तुम, ये तकलीफ तुम्हे खोखला कर रही है, कब समझोगे तुम तुम्हारी ये तकलीफ मुझे भी दर्द से भर रही है|
सच बोल रही थी वो और मैं चुप था, ना मेरे पास कोई जवाब था उसकी बातो का, ना हल था उसकी शिकायतों का|
मुझे परेशान देख वो खुद ही बोल पडी,
“अब क्या मेरी शिकायतों की परेशानी उठाओगे?”
“अब क्या अपने दर्द का हिसेदार मुझे भी बनाओगे?”
सुनो, मत सोचो इतना, मैं तुम्हारी हसीं हु तुम्हारा इंतज़ार करुँगी, तुमसे मोहब्बत हैं मुझे, तुमसे ही प्यार करूंगी|
मैं वो नहीं जो चार पांच के पीछे भागुंगी,  मैं  वो हु जो तुम्हारे इंतज़ार मैं ज़िन्दगी काटूंगी,
तुम आओगे एक दिन, उस दर्द को छोड़कर, तब हम मिलेंगे, तुम खिलखिला के हस पड़ोगे, और मेरी आँखों से वो इंतज़ार के आख़री आंसू गिरेंगे,  हम जरूर मिलेंगे|
तुम ये मत समझना मैं तुम्हारे रूखे पण से डर जाऊंगी , तुम मुझे जानते नहीं हो, मैं तुम्हारे लिए तुमसे लड़ जाऊंगी|
चलो अब हम दोनों आराम करते है, तुम दर्द से मोहब्बत निभाओ, हम बस तुम्हारा इंतजार करते हैं|

No comments:

Post a Comment

I am tenacious and you are my one.

It’s the time when we fall apart, You said lets break it, let’s give it a stop. You said things will not work out, lets get separated, Yo...